12 महीने चलने वाला बिजनेस | 365 दिन चलने वाला बिज़नेस ढूंढें

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तो दोस्तों क्या आप 12 महीने चलने वाला बिजनेस आईडिया ढूंढना चाहते हो तो चलिए हमारे साथ इस ब्लॉग में जहाँ हम ढूंढेंगे ऐसा व्यवसाय जो साल भर बिना रुके बस चलता रहे।

दोस्तों भारत एक under-development देश है, जिसका मतलब है की यहाँ अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसी कंट्री के मुकाबले कई चीजे अभी भी निर्माण के लायक है। 

ऐसे कई सरे बिज़नेस है जिन्हे फ़िलहाल कुछ ही लोग कर रहे है या कोई नहीं कर रहा। और इसी तरह की बिज़नेस की भारतीय बाजारों में मांग सबसे अधिक होती है। इनमे से कुछ बिज़नेस 12 महीने चलने वाला बिजनेस भी कह लाये जाते हैं। 

हालाँकि ऐसा बिजनेस जो 12 महीने चले, ढूंढ़ना एक कठिन कार्य भी है। पर अगर एक बार आपने ढूंढ लिया तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। स्टार्टअप्स या कहे छोटे बिज़नेस को बड़ा और सदाबहार बनाने के लिए भारत सरकार की वेबसाइट भी आपकी सहायता करती है।  

ऐसे में अगर आपने अभी भी बिजनेस ऑप्शन नहीं ढूँढा है तो देरी ना करते हुए, चलिए जानते है ऐसे 12 बिज़नेस आइडियाज के बारे में जो चलते है 12 महीने या कहें पूरा साल। 

इस आर्टिकल में पढ़ेंगे

पर सबसे पहले जानते है की किस बिजनेस को हम 12 महीने चलने वाला कहेंगे क्यूंकि अभी भी इसपर विचार करना बाकी है।  

तो, 12 महीने चलने वाला बिजनेस किसे  कहते है ?

व्यवसाय (अंग्रेजी में बिज़नेस ) जो साल भर बिना रुके चलता रहे ऐसे बिज़नेस को सदाबहार बिज़नेस या कहें 12 महीने चलने वाला बिजनेस कहा जाता है।  

बिज़नेस के क्षेत्र में, “सदाबहार” शब्द निर्रंतर बिकने वाले उत्पादों एवं सेवाओं के अस्तित्व की स्थिति को दर्शाता है। इसका उपयोग आमतौर पर निरंतरता की अवधारणा को व्यक्त करने के लिए किया जाता है।

उदाहरण के लिए : - रिलायंस JIO, एयरटेल, वोडाफोन और कई सारी टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी एक सदाबहार बिज़नेस चलाती है।  

अगर आपने गौर किया हो तो ये कम्पनिया हमे साल भर SMS/Call/Data की सुविधा प्रदान करती है। इनके बिज़नेस का उद्देश्य ग्राहक को लगातार नवीनतम सेवा प्रदान करना है। 

लेकिन एक सदाबहार बिज़नेस 12 महीने चलने वाला बिजनेस तभी बन पाता है जब तक उसके कस्टमर यानि ग्राहक उसके साथ जुड़े हों। 

12 महीने चलने वाला बिजनेस
चित्र न. 1: 12 महीने चलने वाला बिजनेस, Shopper, Customers & Contract

एक सदाबहार बिज़नेस में कस्टमर का कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट प्रारंभिक अवधि समाप्त होने के बाद स्वचालित रूप से नवीनीकृत हो जाता है, जो दोनों पक्षों के बीच आपसी समझ को दर्शाता है कि यह अनिश्चित काल तक जारी रहेगा जब तक कि कस्टमर या कंपनी की तरफ से समाप्त न किया जाए।

हालाँकि ये कॉन्ट्रैक्ट लिखित, मौखिक और स्वाभाविक भी हो सकता है।

उदाहरण के लिए : - आप मोबाइल में 12 महीने का रिचार्ज ख़तम होने पर हम 12 महीने का रिचार्ज दोबारा करवा लेते हैं। जिसकी वजह से आप JIO, एयरटेल, वोडाफोन और कई सारी telecom कंपनियों की services को 1 साल के लिए खरीद लेते हैं, जिससे ये कम्पनिया एक सदाबहार बिजनेस को चला रही हैं।  

हालाँकि हर किसी व्यवसाय में कुछ सीमाएं होती है, जिसकी वजह से कई सारे सदा बहार उधम बंद भी हो जाते है।

इसलिए अगर आप एक सदाबहार व्यवसाय को 12 महीने चलने वाला बिजनेस बनाये रखना चाहते हैं। तो आपको सीजनल और सदाबहार बिजनेस के बीच अंतर का पता होना चाहिए।  

जरूर पढ़िए : – Zudio से सीखें रेडीमेड कपड़े का बिजनेस कैसे करते हैं – GyanFry

सीजनल बिजनेस vs सदाबहार बिज़नेस 

सीजनल बिज़नेस और सदाबहार बिज़नेस दोनों ही व्यवसायिक मॉडल हैं, लेकिन इन दोनों के बीच में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं।

सीजनल बिज़नेस:

सीजनल बिज़नेस वे व्यवसाय होते हैं जिनकी सफलता का समय सीजनल उत्पादों या सेवाओं के साथ जुड़ा होता है। ये बिज़नेस उन समयों में चलाए जाते हैं जब उत्पाद या सेवा की मांग उच्च होती है, परन्तु इनमे 12 महीने चलने वाला बिजनेस नही पाया जाता है।

icecream shop seasonal business in hindi
चित्र न. 2 Seasonal Business

जैसे कि आइसक्रीम की मांग गर्मी के महीने (मार्च से जुलाई) में बढ़ जाती है। ये व्यवसाय आमतौर पर एक निश्चित समय सीमा के दौरान ही चलाये जाते हैं और बाकी के अवधि में निष्क्रिय हो जाते हैं।

सदाबहार बिज़नेस:

सदाबहार बिज़नेस उन व्यवसायों को कहते हैं जिनकी सफलता और वृद्धि कोई निश्चित समय सीमा से नहीं बंधा होता है। इन व्यवसायों में उत्पाद या सेवा की मांग साल भर में स्थिर रहती है, इसलिए ये बिजनेस 12 माह सी यानि 12 महीने चलने वाला कहा जाता है।  

medicine shop 12 महीने चलने वाला बिजनेस
चित्र न. 3 ever green business in hindi

जैसे कि खाद्य पदार्थ, जीवन बीमा, अस्पताल सेवाएं आदि सदाबहार बिज़नेस है जिसमे व्यापारी निरंतर उत्पादों या सेवाओं की पेशकश करते रहते हैं और इनमे समय की प्रतिबद्धता नहीं होती हैं। इन व्यवसायों का सफलता और वृद्धि केवल बाजार की मांग और प्रतिस्पर्धा पर निर्भर करता है।

सीजनल और सदाबहार बिज़नेस या कहे 12 महीने चलने वाला बिजनेस में अंतर कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर आधारित हो सकता है, जैसे:

1. उत्पादों या सेवाओं की मांग

सीजनल बिज़नेस में उत्पादों या सेवाओं की मांग सीमित समय सीमा के दौरान उच्च होती है, जबकि सदाबहार बिज़नेस में मांग साल भर में स्थिर रहती है।

2. मैनेजमेंट की आवश्यकता

सीजनल बिज़नेस में व्यवसायी और कार्यकर्ताओं को मांग के अनुसार उत्पादन, मार्केटिंग और सप्लाई को मैनेज करने की आवश्यकता होती है, जबकि सदाबहार बिज़नेस में मांग के अनुसार मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है।

3. पैसों का बंदोबस्त

सीजनल बिज़नेस में आय की फाइनेंसियल प्लानिंग करने की आवश्यकता होती है, जबकि 12 महीने चलने वाले बिजनेस की आय और खर्च की स्थिति बारंबार होती रहती है और उसे नियंत्रित करने के फाइनेंसियल मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है।

4. संगठन की संरचना

सीजनल बिज़नेस में व्यवसायी और कार्यकर्ता सीजन के दौरान अधिक काम करते हैं और उसके बाद या धीरे-धीरे निष्क्रिय हो जाते हैं, जबकि सदाबहार बिज़नेस में संगठन स्थिर रहता है और समय के अनुसार गतिशीलता को नियंत्रित करता है।

5. उत्पादों या सेवाओं की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी 

सीजनल बिज़नेस में उत्पादों या सेवाओं की मार्केटिंग रणनीति मौसम और सीजन के अनुसार तैयार की जाती है, जबकि सदाबहार बिज़नेस में विपणन रणनीति साल भर में स्थिर रहती है।

12 महीने चलने वाला बिजनेस कैसे ढूंढते हैं?

साल भर चलने वाला व्यवसाय ढूँढ़ते समय, निम्नलिखित कारकों पर विचार करें:

1. बाजार की मांग

उन उद्योगों या क्षेत्रों की तलाश करें जिनकी साल भर लगातार मांग रहती है। क्या आप जिस उत्पाद या सेवा की पेशकश करने की योजना बना रहे हैं उसकी साल भर की जरूरत है? ग्राहक व्यवहार, मार्किट साइज और आर्थिक स्थिति जैसे कारकों पर विचार करें।

तो चलिए अब पता लगते है की हमारा बिज़नेस 12 महीने चलने वाला बिजनेस है भी या नहीं। इसका पता हम प्रोडक्ट की बजरिया मांग से लगाएंगे।

बाजार की मांग
चित्र न. 4 बाजार की मांग, Google Keyword Planner)

इसके लिए हमे सबसे पहले गूगल कीवर्ड प्लानर में जाना है। जिसके बाद सर्च बॉक्स में टाइप करना है कोई भी ऐसा प्रोडक्ट जिसे आप बेचना चाहते है।

जैसा चित्र न. 4 में बताया गया है, सबसे पहले हमने अपना प्रोडक्ट का कीवर्ड डालना है। जैसा की हमने लिखा है “Business Cards” जिसको दिल्ली में हर महीने 1000 से 10,000 लोग गूगल पर सर्च करते है।

2. मौसमी बदलाव

मूल्यांकन करें कि क्या आपका चुना हुआ उद्योग या व्यवसाय विचार मौसमी उतार-चढ़ाव का अनुभव करता है। ऐसे बिज़नेस से बचे जिनमे सीज़न पर अत्यधिक निर्भर रहना पड़े क्यूंकि ये 12 महीने चलने वाला बिजनेस नहीं है।  

इसका पता लगाने के लिए की एक बिज़नेस मौसमी है या सदाबहार हम गूगल ट्रेंड्स की सहायता लेंगे।

google trend woolen jacket analysis
चित्र न. 5 मौसमी बदलाव, Google Trends

Google Trends में हमने पाया की दिल्ली में वूलेन जैकेट की डिमांड 2022 की सितम्बर से शुरू होती होती है और 2023 की फरवरी तक रही।

सितम्बर के बाद जनवरी तक क्यूंकि गर्मी का मौसम होता है तो कोई भी वूलेन जैकेट जैसे गरम कपड़ो को नहीं खरीदता। इससे ये मालूम होता है की वूलेन जैकेट का बिज़नेस 12 महीने चलने वाला बिजनेस नहीं है।

3. ग्रोथ पोटेंशियल

बिजनेस आइडिया की स्केलेबिलिटी का मूल्यांकन करें। विचार करें कि क्या विकास, विस्तार और विविधीकरण की संभावना है। सुनिश्चित करें कि व्यवसाय बदलती बाजार स्थितियों के अनुकूल हो सके और पूरे वर्ष ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों को पूरा कर सके।

ग्रोथ पोटेंशियल का पता लगाने के लिए आप ग्रोथ रेट फार्मूला का प्रयोग करें। इस फार्मूला के माध्यम से आप किसी दूसरी कंपनी का ग्रोथ पोटेंशियल प्रतिशत में भी जान सकते हैं, और अपने बिजनेस में उसका अनुमान लगा सकते हैं। आखिकार 12 महीने चलने वाला बिजनेस प्रॉफिटेबल भी होना चाहिए।

Total revenue growth = [(current period revenue - previous same period revenue) / previous same period revenue] x 100

छोटे व्यवसाय के लिए वार्षिक विकास-दर स्तरों की पहचान इस प्रकार की जा सकती है।

  • 15 प्रतिशत से 25 प्रतिशत: तीव्र वृद्धि।
  • 25 प्रतिशत से 50 प्रतिशत वार्षिक: बहुत तेज़ वृद्धि।
  • 50 प्रतिशत से 100 प्रतिशत वार्षिक: अत्यधिक वृद्धि।
  • सालाना 100 प्रतिशत से अधिक: हल्की गति से वृद्धि।

15 प्रतिशत से कम का मतलब हुआ एक कंपनी 15 प्रतिशत की दर से वृद्धि करते हुए पांच वर्षों में अपना आकार दोगुना कर लेगी।

4. कम्पटीशन

अपने चुने हुए उद्योग या बाज़ार में प्रतिस्पर्धा का विश्लेषण करें। उन अवसरों की पहचान करें जहां आप अपने व्यवसाय को दुसरे व्यवसायों से अलग कर सकते हैं। तो वह आपका 12 महीने चलने वाला बिजनेस कुछ ही दिनों में बंद करवा सकता है।

 कंपटीशन से बचने के लिए आपको बाजार में एक ऐसा प्रोडक्ट लेकर आना पड़ेगा जो अनोखा हो जिसके बारे में आप को बेहतर समझ हो। उदाहरण के लिएआप नीचेदिए गए चित्र नंबर 5 को देखिए।

12 महीने चलने वाला बिजनेस कंपटीशन की पहचान
चित्र न. 6  कंपटीशन की पहचान

भारत में सॉफ्ट ड्रिंक बाजार में थम्स-अप, फेंटा, माजा, लिम्का, कोका कोला जैसे कई सारे ब्रांड पहले से ही मौजूद है। जिसके कारण कंपटीशन काफी ज्यादा है।

फिर भी 2017 में स्थापित लाहौरी जीरा नाम की इस कंपनी ने 2022 में ढाई सौ करोड़ की कमाई की। कंपनी आज हर रोज 20,00,000 बोतल बनाती है। इतने घने कंपटीशन के बीच यह कंपनी कामयाब बन पाई क्योंकि यह अपनी सॉफ्ट ड्रिंक देसी फ्लेवर में बनाते हैं। जिसकी भारतीय बाजारों में सबसे ज्यादा मांग है।

5. फाइनेंस

बिज़नेस  शुरू करने की लागत, बिज़नेस चलने के खर्चे, लाभ मार्जिन और रेवेनुए अनुमान सहित व्यवसाय के वित्तीय पहलुओं का मूल्यांकन करें। आकलन करें कि क्या व्यवसाय खर्चों को कवर करने और साल भर लाभप्रदता बनाए रखने के लिए पर्याप्त रेवेनुए उत्पन्न कर सकता है।

कुछ लोगो को अपना व्यापर सालभर चलाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पर चिंता मत कजिये, आपका 12 महीने चलने वाला बिजनेस 12 महीने ही चलता रहेगा।

खुद भारत की सरकार इंडिया में बेरोजगारी को ख़तम करने लिये नए बिज़नेस और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी हाल ही कई तरह की स्कीम्स भी बनाई है।  

जिसमे शामिल है।  

  • MSME Loan Scheme
  • Pradhan Mantri MUDRA Yojana (PMMY)
  • National Small Industries Corporation
  • Credit-Linked Capital Subsidy Scheme
  • SIDBI Loan

इन सभी स्कीम्स का फायदा उठा कर आप अपने बिज़नेस के लिए पैसा इकठा कर सकते है।

6. ऑपरेशन संबंधी विचार

सुनिश्चित करें कि जिस व्यवसाय को आप 12 महीने चलने वाला बिजनेस बना चाहते है उसके लिए आपके पास साल भर के संचालन का समर्थन करने के लिए आवश्यक संसाधन, बुनियादी ढाँचा और प्रणालियाँ हैं। जैसे की

  • स्टाफिंग आवश्यकता,
  • सप्लाई चैन,
  • उत्पादन क्षमता और लॉजिस्टिक
  • सहित व्यवसाय में सप्लाई आवश्यकताओं का आकलन करें।

7. बाजार में अनुकूलनशीलता

बाजार के रुझान, तकनीकी प्रगति और उपभोक्ता प्राथमिकताओं में बदलाव पर अपडेट रहें। ऐसा व्यावसायिक विचार चुनें जो उभरती बाज़ार स्थितियों के अनुकूल हो और उभरते अवसरों का लाभ उठा सके। इस विषय में आपको Amazon की वेबसाइट काफी मदद कर सकती है। 

12 महीने चलने वाला बिजनेस Amazon की मदद से लोकप्रिय प्रोडक्टस का पता लगाए
चित्र न. 7 Amazon की मदद से लोकप्रिय प्रोडक्टस का पता लगाए 

जैसा कि आप चित्र नंबर 6 में देख सकते हैं की ऐमेज़ॉन की वेबसाइट पर प्रोडक्ट की ऐसी कई सारी पॉपुलर कैटिगरीज हैं जिनकी मांग इस वक्त काफी अधिक है ।

यह प्रोडक्ट बुक्स क्लॉथ ग्रोसरीज होम प्रोडक्ट से लेकर और कई सारे हो सकते हैं । अपने बिजनेस इंटरेस्ट के अनुसार आप हर एक कैटेगरी को एक्सप्लोर करें और देखें कि आप अपने बिजनेस में ऐसा कौन सा प्रोडक्ट लेकर आ सकते हैं जो आपका 12 महीने चलने वाला बिजनेस सफल बना सके।

8. जुनून और कौशल

अपने व्यक्तिगत हितों, कौशल और विशेषज्ञता पर विचार करें। ऐसा 12 महीने चलने वाला बिजनेस चुनें जो आपके जुनून और ताकत के अनुरूप हो। इससे पूरे साल व्यवसाय चलाने के लिए आपकी प्रेरणा और समर्पण बढ़ सकता है।

बिना जुनून के कुछ भी संभव नहीं यदि आपको अपने प्रोडक्ट में कोई दिलचस्पी नहीं है तो आप  उसमें नयापन नहीं ला पाएंगे। यदि आपको अपने प्रोडक्ट को बेचना है तो आप सबसे पहले उस में अपनी दिलचस्पी बढ़ाएं।

9. समर्थन और नेटवर्क

समर्थन प्रणालियों, नेटवर्क और संसाधनों की उपलब्धता का मूल्यांकन करें जो आपको साल भर व्यवसाय चलाने में सहायता कर सकते हैं। उद्योग संघों से जुड़ें, या साथी उद्यमियों से जुड़ें। ध्यान दें, आपके 12 महीने चलने वाला बिजनेस में कई सारी कठिनाइयां आ सकती है यदि आपका नेटवर्क  मजबूत नहीं है।

  • अगर 12 महीने चलने वाला बिजनेस बनाना है तो सबसे पहले अपने बिजनेस में Co-founder को चुनें जो आपकी गैरमौजूदगी में आपके बिजनेस को चलाए रखेगा।
  • अपने बिजनेस सप्लायर के साथ अच्छे संबंध बनाएं रखें ताकि वह समय पर आपका सामान आपकी दुकान तक पहुंचा सके।
  • शुरुआत से हीअपने बिजनेस में ऐसे कस्टमर बनाना आरंभ करें जो आपके प्रोडक्ट को बार-बार खरीद सके।

10. कानूनी कारक

अपने चुने हुए व्यावसायिक विचार से जुड़ी कानूनी और नियामक आवश्यकताओं को समझें। लाइसेंसिंग, परमिट, कर दायित्वों और अन्य नियामक पहलुओं का अनुपालन सुनिश्चित करें जो उद्योग और स्थान के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।

याद रखें कि साल भर चलने वाले व्यवसाय को खोजने के लिए कई कारकों पर सावधानीपूर्वक विचार करने की आवश्यकता होती है।

12 महीने चलने वाला बिजनेस के बारे में अब आपको सब कुछ मालूम हो चूका है। लेकिन ऐसे कोनसे बिज़नेस आइडियाज है जो 12 महीने चलेंगे, चलिए आइये जानते है। 

12 महीने चलने वाले बिज़नेस आईडिया जो कर देंगे मालामाल

यदि ऊपर दी गई आप तमाम बातों का ध्यान रखते हैं तो आप किसी भी बिजनेस को12 महीने चलने वाला बिजनेस बना सकते हैं। तो चलिए अबइस लेख के सबसे महत्वपूर्ण विषय की ओर बढ़ते हैं जिसके लिए  आपकी आंखें तरस रही हैं :

1. चॉकलेट, वेफ़र, या कैंडी – घर से चलने वाला बिजनेस 

चॉकलेट वेफर और कैंडी व्यवसाय शुरू करना कई कारणों से एक फायदेमंद उद्यम हो सकता है। सबसे पहले तो इनकी मांग बहुत ज्यादा है। चॉकलेट, वेफर्स और कैंडीज़ प्रिय व्यंजन हैं जिनका आनंद हर उम्र के लोग उठाते हैं।

इन उत्पादों की मांग साल भर लगातार बनी रहती है, जिससे यह संभावित रूप से लाभदायक व्यावसायिक अवसर बन जाता है। ये स्नैक्स, उपहार और हाथों – हाथ बिकने वाले उत्पाद के रूप में लोकप्रिय हैं, क्यूंकि आप चॉकलेट में रचनात्मकता भर सकते हैं।

चॉकलेट और कैंडी की एक खूबी है कि आप अनूठे और आकर्षक उत्पाद बनाके विभिन्न स्वादों, आकारों और कई आकर्षक प्रोडक्ट बना सकते हैं। त्योहारों के मौसम, छुट्टियों और विशेष अवसरों के दौरान चॉकलेट और कैंडीज की मांग और भी ज्यादा जाती है।

सबसे बढ़िया बात तो ये है कि चॉकलेट, कैंडी और वेफर की शेल्फ लाइफ 6 से 12 महीने होती है। यानि आप इसे दूर दराज के इलाको में भी भेज सकते हैं, और शेल्फ लाइफ ज्यादा होने के कारन ये ख़राब भी नहीं होंगी। इन्हीं सभी कारणों से यह 12 महीने चलने वाला बिजनेस हमेशा प्रॉफिटेबल रहेगा। 

ठीक है, आपके द्वारा जवाब देने के लिए पूछे गए डेटा के आधार पर निम्नलिखित तालिका बन सकता हूँ:

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹400,000 – ₹500,000₹30,000 – ₹100,000

क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले एक जगह का इंतजाम करना पड़ेगा, जिसके बाद चॉकलेट और कैंडी बनाने वाली मशीन का इंतजाम करना पड़ेगा, चॉकलेट और कैंडी के बारे में जानकारी और ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी, कच्चे माल को खरीदना पड़ेगा।

2. ईको फ्रेंडली बैग्स – 365 दिन चलने वाला बिजनेस 

Mordor Intelligence, के अनुसार इंडिया में  पैकेजिंग इंडस्ट्री  12.60% की रफ्तार से बढ़ रही है । जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कुछ सालों से Indian गवर्नमेंट प्लास्टिक बैग के प्रयोग पर विराम लगा रही है क्योंकि वह पोलूशन बहुत अधिक करते हैं ।

ऐसे में दुकानदार, शॉपिंग मॉल्स, ब्रांड्स इको फ्रेंडली बैग और पैकेजिंग को खरीद रहे हैं। जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना लोगों को समान लिफ्ट करने में मदद करते हैं। इको फ्रेंडली बैग में आप पेपर बैग, फैब्रिक बैग, जूट बैग्स, और कई तरह के बैग बनाकर बाजार में दुकानदारों को भेज सकते हैं ।

आई.एम.ए.आर.सी की रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया में पेपर बैग की मार्केट 5.08% की रफ्तार से बढ़ रही है । दुकानदारों के अलावा यह बैग ग्राहकों को भी काफी पसंद आ रहे हैं जो इन्हें अपने रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल भी कर रहे हैं । 

इको फ्रेंडली बैग्स का बिजनेस 365 दिन चलने वाला है क्योंकि लोगों को सामान पैकऔर लिफ्ट करने में यह बैग काफी सहायक होते हैं। क्योंकि यह इको-फ्रैंडली है, इन्हें भारत की सरकार खुद प्रमोट भी करती है।

इस 12 महीने चलने वाला बिजनेस का एक और फायदा है कि आप इन बैग की सप्लाई देश विदेशों में आराम से कर सकते हैं। जिस वजह से यह 12 महीने चलने वाला बिजनेस बन जाता है।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹100,000 – ₹800,000₹30,000 – ₹40,000+

क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले आपको जगह का बंदोबस्त करना पड़ेगा, मशीनरी इंस्टॉल करनी पड़ेगी, लेबर ढूंढनी पड़ेगी। पेपर बैग बनाने वाली मशीन की लागत ₹500,000  से ₹800,000 के बीच होती है पर वहीं अगर आप कपड़े से बने बैग बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो साधारण सिलाई मशीन भी काम में लाई जा सकती है।

3. एक्सोटिक फ्रूट फार्मिंग – गांव देहात में चलने वाला बिजनेस 

विदेशी फल से तात्पर्य उन फलों से है जो आमतौर पर किसी विशेष क्षेत्र या देश में पाए या उगाए नहीं जाते हैं। ये फल अक्सर किसी दुसरे देश में ही पाए जाते हैं। इनमें से कुछ फलों में स्वाद, और पोषण काफी अधिक मात्रा में होती है। यह भी 12 महीने चलने वाला बिजनेस है।

विदेशी फलों के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं: ड्रैगन फ्रूट: इसे पिटया के नाम से भी जाना जाता है, ड्यूरियन, मैंगोस्टीन, रामबूटन, किवानो (सींग वाला तरबूज) और पैशन फ्रूट। ये केवल कुछ उदाहरण हैं, दुनिया भर में कई और विदेशी फल हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अलग विशेषताएं हैं।

भारत के बाजारों में एग्जॉटिक फ्रूट्स की डिमांड काफी बढ़ रही है क्योंकि इन फलों के कुछ हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं जिनके बारे में लोग जागरूक हो रहे हैं। दूसरा लोगों को आकर्षक और अनोखी चीज खाना आजकल काफी पसंद है जिसके कारण एग्जॉटिक फ्रूट्स ट्रेंडिंग फल बन चुके हैं।

भारत में शादियों पर सबसे ज्यादा पैसा खर्च किया जाता है, ऐसे में एग्जॉटिक फ्रूट्स को शादी के सीजन के दौरान पकवान में शामिल भी किया जाने लगा है। एग्जॉटिक फ्रूट्स का प्राइस Rs 1000/kg से लेकर Rs 270000/kg पर किलो के बीच हो सकता है। जैसे कि Miyazaki Mango जिसका प्राइस ढाई लाख पर किलोग्राम इंटरनेशनल मार्केट में बताया जाता है।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹20,000 – ₹40,000₹100,000 – ₹30,00,000

क्या करना पड़ेगा?

एग्जॉटिक फ्रूट्स की फार्मिंग के लिए आपको सबसे पहले एक जमीन का इंतजाम करना पड़ेगा। हालांकि एग्जॉटिक फ्रूट्स के बीज महंगे आते हैं। दूसरा तरीका है आप एग्जॉटिक फ्रूट्स को बाहर से इंपोर्ट करके इंडिया में भी बेच सकते हैं।

4. ब्रेड, बिस्किट, और बेकरी प्रोडक्ट – शहर में चलने वाला बिजनेस 

बेकरी प्रोडक्ट सेल करने का बिजनेस एक दूसरा सबसे अनोखा बिजनेस है जिसे आप शुरू कर सकते हैं। इंडिया में बेकरी प्रोडक्ट वैसे तो कई सालों से मशहूर है परंतु कुछ प्रोडक्ट की मांग तो भारत में सबसे अधिक है।

जैसे कि 72% इंडिया की बेकरी मार्केट की मांग की आपूर्ति सिर्फ बिस्कुट और कुकीज करते हैं।जिसके कारण इंडिया  विश्व का सबसे बड़ा बिस्कुट उपभोक्ता देश बन चुका है।

क्योंकि बेकरी प्रोडक्ट की शेल्फ लाइफ 6 से 10 दिनहोती है इस बिजनेस में लॉस के चांसेस भी कम है। बात करें ब्रेड और अदर बेकरी प्रोडक्ट की तो इन बेकरी प्रोडक्ट से आप होलसेल का बिजनेस भी स्टार्ट कर सकते हैं ।

ब्रेड को आप रेडी वाले को या बर्गर, सैंडविच और पिज़्ज़ा बनाने वाले छोटे दुकानदारों को सप्लाई कर सकते हैं। इसमें कोई दोहराई नहीं है कि यह बिजनेस 12 महीने चलने वाला बिजनेस है क्योंकि बेकरी प्रोडक्ट  हर एक सीजन में लोकप्रिय रहते हैं।

आपको बस बिजनेस करने का तरीका आना चाहिए और कुछ बिजनेस टिप्स के साथ आप भी ब्रेड बिस्किट और बेकरी के प्रोडक्ट सेल करने का बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹80,000 – ₹300,000₹60,000 – ₹120,000

क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले एक दुकान का इंतजाम करना पड़ेगा हालांकि घर से भी शुरू कर सकते हैं। बेकरी के प्रोडक्ट की ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी वरना वर्कर को काम पर रखना पड़ेगा।

5. बैलून एंड रबर – Best होलसेल बिज़नेस प्लान

आपके पास है 10 गज जमीन तो शुरू करें ये बिजनेस, 40 हजार तक होगी इनकम क्योंकि बैलून और रबड़ का 12 महीने चलने वाला बिजनेस है सचमुच इतना ज्यादा प्रॉफिटेबल। दूसरे  व्यवसायियों की तरह यह भी 12 महीने चलने वाला बिजनेस है क्योंकि बैलून यानि गुब्बारों की मांग साल भर बनी रहती हैं।

इसके पीछे का भी लॉजिक काफी सरल है।आजकल भारत में लोग बर्थडे सेलिब्रेशन काफी धूमधाम से करते हैं जिनमें गुब्बारों कि जन्मदिन के सजावटी कार्यों में एक अहम भूमिका होती है। जन्मदिन के अलावा गुब्बारों को वैलेंटाइन डे, एनिवर्सरी, मैरिज एनिवर्सरीऔर स्पेशल पार्टी के दौरान सजावटी कार्यों के लिए यूज़ किया जाता है।

हालांकि बैलून के भी कई प्रकार होते हैं जैसे रिसर्च बैलून, होकर, बैलून, ऑब्जरवेशन, सीलिंग, सोलर, बैरेज, वाटर, स्काय होकर बैलून, क्लस्टर्ड बैलून आदि। अगर आप इस इंडस्ट्री में थोड़ा और डीप जाओगे तो आप पाओगे कि बैलून में यूज की जाने वाली रबड़ से कई सारी चीजें बनाई जा सकती है।

हालांकि इंडिया की 60 से 70% बैलून इंडस्ट्री में चाइनीस बैलून का दबदबा है। ऐसे में यदि आप देसी गुब्बारे बनाने की अपनी खुद की फैक्ट्री लगाते हैं तो आपको काफी फायदा हो सकता है। इस 12 महीने चलने वाले बिजनेस को आप पार्ट टाइम भी कर सकते हैं बशर्ते आपको कुछ वर्कर काम पर रखने पड़ेंगे।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹100,000 – ₹300,000₹80,000 – ₹200,000

क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले एक बढ़िया सी लोकेशन का इंतजाम करना पड़ेगा जहां पर आप बैलून बनाने वाली मशीन को सेटअप करेंगे। उसके बाद काम पर वर्कर को रखना पड़ेगा या खुद बैलून बनाने की ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी। कच्चे माल का प्रबंध करने के बाद बैलून बनाना आरंभ करेंगे।

6. मसाला पैकिंग का बिजनेस – दो हजार में शुरू करें

दो हजार में शुरू करें ये बिजनेस कमाएं लाख रुपये महीना। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत दुनिया की 75% स्पाइस की मांग को पूरा करता है। भारत हमेशा से ही मसालों का देश रहा है क्योंकि यहां पर तरह-तरह के मसाले उगाए जाते हैं।

पर इसी बात का फायदा आज भारतीय बाजार में कुछ गिने-चुने ही ब्रांड उठा रहे हैं। अभी भी भारत की मसाला मार्केट का एक बहुत बड़ा भाग अनसैचुरेटेड है। यानी इसे आप सैचुरेटेड कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं।

इसके लिए आपको मसाले को होलसेल रेट पर बाय करना है और उन्हें छोटे-छोटे पैकेट में पैक करके दुकानों पर बेचना है। यदि आप खुद के मसाले ऊगा सकते हैं तो यह उत्तम है वरना आप होलसेल या सीधे मैन्युफैक्चरर्स से इन मसालों को सस्ते भाव में खरीद कर उसके बाद छोटे-छोटे पैकट मैं भर भर कर मार्केट में सप्लाई कर सकते हैं।

यह भी 12 महीने चलने वाला बिजनेस है क्योंकि मसालों की मांग कभी भी खत्म नहीं होती। यदि आप अपना खुद का ब्रांड बना लेते हैं तो आप इन मसालों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी भेज सकते हैं।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹50,000 – ₹100,000₹20,000 – ₹60,000+

क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले एक जगह का इंतजाम करना पड़ेगा।उसके बादमसाला के मैन्युफैक्चरर और होलसेलर से कांटेक्ट करना पड़ेगाऔर कम दाम पर सामान को खरीदना पड़ेगा। खरीदे गए मसाले को मशीन की मदद से पैक करना पड़ेगा और ब्रांडिंग और लेबलिंग करनी पड़ेगी फिर बाजार में डिस्ट्रीब्यूटर करना पड़ेगा।

7. पैक्ड फ़ूड आइटम्स – गाँव मे मशीनरी बिजनेस

अगर आप पूछोगे इंडिया में सबसे अच्छा बिजनेस कौन सा है तो शायद वह आज की डेट में पैकेट फूड है।बदलती जीवनशैली ने लोगों को आज क्विक फूड की तरफ धकेलना शुरू कर दिया है। लोग आज इंस्टेंट नूडल्स के काफी दीवाने हैं ऐसे ही कोई सी भी खाने की चीज जो इंसटैंटली पक जाए या और खाने के लिए तैयार हो जाएयह काफी पॉपुलर है।

आप ऐसे ही खाने का बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं जिसमें आप लोगों का मनपसंद खाना किसी कंटेनर या बोतल में पैक कर डिलीवर कर सकते हैं। पैक्ड फूड हालाकी सुपर मार्केट में बिकते हैं। पर आप इस बिजनेस को एक सब्सक्रिप्शन बेस्ट मॉडल के तौर पर चला सकते हैं।

उदाहरण के लिए आप लंच बॉक्स या टिफिन सर्विस स्टार्ट कर सकते हैं जिसमें आपके कस्टमर सिंगल, किस कंपनी के एंप्लॉय या ऐसे लोग होंगे जो अपनी लाइफ में काफी बिजी होते हैं जिनके पास खाना पकाने का समय नहीं होता।

यह बिजनेस भी 12 महीने चलने वाला बिजनेस है क्योंकि पैक्ड फूड की डिमांड कभी भी खत्म होने वाली नहीं है।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹10,000 – ₹70,000₹30,000 – ₹100,000+

क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले फूड आइटम का चयन करना पड़ेगा जिसे पैक किया जा सके और जो खराब जल्दी ना हो। इसके बाद पैकेजिंग और लेबलिंग करनी पड़ेगी। ग्राहकों को ढूंढना पड़ेगा और उन्हें प्रोडक्ट्स अप्लाई करना पड़ेगा।

8. ऑनलाइन कोचिंग/ट्रेनिंग मेम्बरशिप – बिना पैसे लगाए पैसे कैसे कमाए

नया बिजनेस कौन सा करें जिसमें पैसे ही ना लगे? तो गौर कीजिये इस 12 महीने चलने वाला बिजनेस पर जिसमे आपको ऑनलाइन कोचिंग क्लासेज, ऑनलाइन योगा, ट्रेनिंग, जिम क्लासेस, मैथ्क्लासेस, फिजिक्स, साइंस क्लासेज और ऐसी ही कई सारे  क्लासेस आप  प्रोवाइड कर सकते हैं ।

इस डिजिटल जमाने में  यह बिजनेस अत्यधिक पॉपुलर हो रहे हैं क्योंकि लोग अब चीजें  घर बैठे अपने स्मार्टफोन से सीखना चाहते हैं । ऐसे में आप अपने ऑनलाइन कोर्सेज अपनी वेबसाइट के माध्यम से सेल कर सकते हैं ।

हां, इस बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए आपके अंदर कौशल होना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आप योगा में, किसी थेरेपी में या  किसी एकेडमिक में  एक्सपर्ट है तो आप अपनी वीडियो को रिकॉर्ड करें । जिसके बाद आप अपनी इन वीडियोस को एक सीरीज में एक कोर्स के रूप में अपनी वेबसाइट पर सेल कर सकते हैं ।

इस बिजनेस में आपको अपनी थोड़ी मार्केटिंग करनी पड़ेगी । एक बार यदि आपके कोर्स बिकने स्टार्ट हो जाए तो यह 12 महीने चलने वाला बिजनेस  आपकी सिर्फ एक बार की मेहनत का ही कई गुना परिणाम देगा। यदि आपकी स्किल काफी अनोखी है जिसे लोग सीखना चाहते हैं तो आप  इस सरल से ऑनलाइन बिजनेस से करोड़पति भी बन सकते हैं।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹0 – ₹10,000₹30,000 – ₹100,000+

क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले अपनी एक्सपर्टीज का चयन करें। उसके बाद अपनी वीडियो को रिकॉर्ड करें। इसके बाद अपनी वेबसाइट बनाए और वहां पर इन वीडियोस को सीरीज में लगाएं। अब अपने कोर्स को प्रमोट करें और बिजनेस में सेल्स क्रिएट करें।

9. फूल, उपहार और सजावट का सामान बेचे – ऑनलाइन बिजनेस घर बैठे

यह तो सबको पता है कि भारत में त्योहारों के दौरान यानी अक्टूबर से दिसंबर तक उपहार यानी गिफ्ट की मांग सबसे ज्यादा होती है। कहने को तो यह  एक सीजनल बिजनेस है लेकिन फूल उपहार और सजावट का सामान 12 महीने चलने वाला बिजनेस है।

अगर आप गौर करें तो दिवाली या धनतेरस के अलावा भारत में बर्थडे सेलिब्रेशन, वैलेंटाइन डे, एनिवर्सरी के दौरान उपहारों को दिया जाता है। शादियों के दौरान भी लोग उपहार खरीदते हैं, फूल और सजावट के सामान को भारत में कुछ धार्मिक कार्यों के दौरान भी कई बार  भी कई बार इस्तेमाल किया जाता है।

इन सभी वजह से यह बिजनेस 12 महीने चलने वाला सदाबहार व्यापार है जिसमें यदि आप अपनी थोड़ी और क्रिएटिविटी जोड़ देते हैं तो आप इस बिजनेस से एक मोटा मुनाफा कमा सकते हैं।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹100,000 – ₹300,000₹50,000 – ₹100,000

क्या करना पड़ेगा?

सबसे  पहले सजावटी माल का चयन करें और सस्ते दाम पर होलसेलर से इसे खरीदें। अपनी दुकान का इंतजाम करें। थोड़ी एडवर्टाइजमेंट करें और अपने सामान को बेचना शुरू करें।

10. होम गार्डनिंग का सामान बेचे – 12 महीने चलने वाला बिजनेस

होमगार्डनिंग भी एक बहुत पॉपुलर कैटेगरी है जिसमें आप अपना 12 महीने चलने वाला बिजनेस ढूंढ सकते हैं । यह बिजनेस अभी हाल ही के सालों में काफी लोकप्रिय बन चुका है जिसका मुख्य कारण है शहरों में बनी ऊंची ऊंची इमारतें। लोग इन इमारतों में अपने फ्लैट्स में एक प्राइवेट गार्डन को बनाना पसंद कर रहे हैं। 

जिसमें वह गमलों से लेकर सुंदर पेड़ पौधे लगा रहे हैं। पौधों के अलावा आर्टिफिशियल ग्रास औरं गारडनिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले या गार्डन को और सुंदर बनाने वाले औजारों को लोग जमकर खरीद रहे हैं। 

यह 12 महीने चलने वाला बिजनेस अब सदाबहार बन चुका है क्योंकि लोग हमेशा अपने घर के होम गार्डन को हरा भरा और सुंदर देखना चाहते हैं। ऐसे में अगर आप अपने बिजनेस में कोई अनोखी चीज लेकर आते हैं तो लोग आपकी ही दुकान से सामान खरीदना सबसे ज्यादा पसंद करेंगे।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹200,000 – ₹10,00,000₹100,000 – ₹3,00,000

क्या करना पड़ेगा?

होमगार्डनिंग में क्या क्या फेमस है सबसे पहले इसका ऑनलाइन पता लगाएं। सामान पर निवेश करें और दुकान में रखना स्टार्ट करें। अब होमगार्डनिंग  के सामान को बेचें।

11. VR गेमिंग – फ्यूचर बिज़नेस आइडियाज

ये भी एक 12 महीने चलने वाला बिजनेस है, टिकटोक, इंस्टाग्राम या यूट्यूब पर आपने कई बार लोगों को  अपनी आंखों पर काला चश्मा बांधे उटपटांग सी चीजें करते हुए देखा होगा ।  इस चश्मे के साथ एक स्क्रीन भी लिंकड़ होती है जिसमें एक वीडियो चल रही होती हैं।

ऐसा लगता है कि मानो चश्मा पहने हुए वह शख्स उस वीडियो को ही एक्सप्लोरर कर रहा है। दरअसल यह चश्मा और कुछ नहीं बल्कि इसे वर्चुअल रियलिटी  सेट कहा जाता है जिसे आंखों पर पहनने के बाद आपको डिजिटल चीजें असली दिखाई देने लगती है । 

लोग वर्चुअल रियलिटी  के इसी एक्सपीरियंस को काफी एंजॉय कर रहे हैं । लेकिन अब इसने एक बिजनेस अपॉर्चुनिटी को जन्म दिया है। साधारण शब्दों में कहें अपने शहर में आप भी वि.आर. सेंटर खोल सकते हैं जहां पर आप लोगों को वर्चुअल रियलिटी का एक्सपीरियंस करवाने के बदले एक सुनिश्चित फीस लोगों से फीस चार्ज करेंगे।

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹50,000 – ₹10,00,000₹20,000 – ₹1,00,000

क्या करना पड़ेगा?

वर्चुअल रियलिटी सेट को ऑनलाइन खरीदें। इसके बाद एलईडी  टीवी का इंतजाम करें या ऑनलाइन खरीदें। सेटअप लगाएं अपने घर पर या अपनी दुकान पर और ग्राहकों को इनवाइट करें।

12. पेट कैफे & फूड – यूनिक बिजनेस आइडियाज

आपने देखा ही होगा कि आजकल लोग अपने पेट्स पर कुछ ज्यादा ही प्यार बरसाते हैं। जिसके लिए पैट ऑनर्स अपने कुत्ते और बिल्लियों के लिए तरह-तरह की चीजें खरीदते हैं। 

कपड़ों के अलावाह लोग अपने चहिते जानवरों के लिए तरह-तरह की खाने की चीजें खरीदते हैं और उन्हें एक बढ़िया एक्सपीरियंस प्रोवाइड करते हैं। ऐसे में पेट कैफे काफी ज्यादा लोकप्रिय हो रहे हैं जिनसे 12 महीने चलने वाला बिजनेस बनान कोई मुश्किल बात नहीं रह जाती।

इन पेट कैफे में एनिमल लवर आते हैं और जानवरों के बीच होने का रोमांच महसूस करते हैं। आप भी अपने घर पर या किसी कमर्शियल प्रॉपर्टी में इस कैफ़े को खोल सकते हैं जिसकी एडवर्टाइजमेंट आप ऑनलाइन कर ग्राहकों को अपनी बिजनेस की ओर आकर्षित कर सकते हैं। 

हालांकि और बिजनेस के मुकाबलेपेट कैफे का यह बिजनेस काफी नया है। यदि आप एक अर्बन एरिया में या कहे शहरी एरिया में रहते हैं जहां पर लोग पैट सबसे ज्यादा रखते हैं तो यह आपके लिए एक उत्तम बिजनेस हो सकता है.

निवेश (रुपये)आय (रुपये/महीना)
₹500,000 – ₹10,00,000₹100,000 – ₹3,00,000

क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले एक जगह का इंतजाम करें। इसके बाद पेट कैफे के अनुकूल फर्नीचर तैयार करें। इन्वेस्टमेंट करें और  अपनी दुकान में  पेट फ्रेंडली फूड और आइटम में रखना स्टार्ट कर दें।

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अंतिम विचार

तो यह थे टॉप 12 बिजनेस आईडियाज या कहे 12 महीने चलने वाला बिजनेस प्लेन जो आपको साल भर अपने काम मैं बिजी रखेंगे। यह सभी बिजनेस प्रॉफिटेबल है जब तक आप इस आर्टिकल में दी गई हर एक एडवाइज को गंभीरता से फॉलो करते हैं। वैसे तो आप किसी भी बिजनेस को सदाबहार बना सकते हैं फिर भी आपको कुछ पहलुओं पर गौर करने की आवश्यकता है जिन्हें हमने इस आर्टिकल में डिस्कस किया है। तो देरी ना करते हुए चलिए अब बिजनेस स्टार्ट करते हैं।

Sahil Dhimaan
Sahil Dhimaan

Hi, Sahil Dhimaan this side. I'm a passionate about entrepreneurship, startup, business, online marketing, innovative tech and online business growth.